विवरण
"अकाल मृत्यु मरता वो जो करता काम चांडाल का,
काल उसका क्या बिगाड़े जो भक्त हो महाकाल का।”
भगवान शिव को श्मशानवासी कहा जाता है। वे मृत्यु के देवता हैं और उनकी पूजा करने से मृत्यु से बचा जा सकता है। एक घटना है जब भगवान शिव देवी पार्वती के माता-पिता से उनका विवाह मांगने गए थे। वे देवी पार्वती की परीक्षा लेना चाहते थे कि क्या वे उन्हें उनके विचित्र रूप में स्वीकार करेंगी, इसलिए उन्होंने एक भूत-नायक का रूप धारण किया और उनकी भूत-प्रेतों की टोली उनके पीछे-पीछे पार्वती के पास पहुँची। देवी पार्वती ने उन्हें अपना मान लिया और प्रसन्नतापूर्वक "जय महाकाल" का उद्घोष किया।
यह मूल इंडोनेशियाई रुद्राक्ष मोतियों से बनी एक सोने की परत चढ़ी माला है (मोतियों का आकार 6 मिमी और मोतियों की संख्या 54)। (कृपया इंडोनेशियाई और नेपाली रुद्राक्ष के बीच अंतर पढ़ें ।) (ऑर्डर करने से पहले यहां क्लिक करें )
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